🥀 बेवफाई का दर्द और दिल की तन्हाई
जिसे चाहा हमने दिल से, वही हमें बेवफा कह गया।
अब तो नफरत भी नहीं होती तुम्हें सोचकर, शायद इश्क़ का असर उतर गया है।
वो जो कहते थे जान हैं तुम मेरी, आज बिना बताये ही छोड़ गए।
हमने वक्त गुज़ारा था, वो समझे कि हम गुज़र गए।
मोहब्बत आज भी तुझसे है, मगर अब तुझे पाने की चाह नहीं।
दिल तोड़ा है किसी ने, मगर चेहरे पर एटीट्यूड वही पुराना है।
जिसे कभी खोने से डरते थे, अब उसका नाम तक याद नहीं।
बेवफाई उनकी थी, और बदनाम हम हो गए।
अब तो लोग भी कहते हैं, तू बहुत बदल गया है…
तेरी मोहब्बत ने हमसे वो छीना, जो हम कभी किसी को देते ही नहीं थे — भरोसा।
किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी 2 line
😎 एटीट्यूड के साथ दिल का बदला
जो आज हमें छोड़ गए, कल फिर किसी और के साथ यही करेंगे।
तेरे जैसे कई मिल जाएंगे, पर तेरे जैसा नहीं बनना मुझे।
इतना भी मत उड़, ए बेवफा… मेरी चुप्पी तुझे ज़मीन पे ला सकती है।
तेरी फ़िक्र अब सिर्फ़ यादों में है, हकीकत में नहीं।
हम वो नहीं जो धोखा खाकर रोते हैं, हम वो हैं जो मुस्कुराते हुए सिखा देते हैं।
दिल दुखाया उसने, और हम आज भी खामोश हैं — यही है एटीट्यूड।
तेरे बिना भी जीना सीख लिया है, अब किसी की जरूरत नहीं।
इतना भी मत इतराओ अपनी बेवफाई पर, वक्त बदलते देर नहीं लगती।
अब हम मोहब्बत नहीं करते, सिर्फ खेल समझते हैं।
जिसे खोया था कल, आज उसे याद भी नहीं करते।
💔 मोहब्बत से मिली बेरुखी
हमने जिस पर भरोसा किया, उसी ने सबसे गहरा जख्म दिया।
अब दिल नहीं लगता, क्योंकि अब किसी पर दिल नहीं आता।
तुझे चाहा था खुद से भी ज्यादा, और तूने समझा मज़ाक।
अब तेरी यादें भी बोझ लगती हैं, जैसे तू था।
लोग कहते हैं बदल गया हूं मैं, पर सच्चाई है, अब समझदार हो गया हूं।
अब कोई अपना नहीं लगता, सब मतलब के यार हैं।
तुझे खोकर कोई ग़म नहीं, क्योंकि तू कभी अपना था ही नहीं।
तेरे जैसा प्यार मिला तो अकेले रहना बेहतर है।
अब मोहब्बत नहीं करते, क्योंकि धोखा खाने का शौक नहीं रहा।
हमने जिसे अपना माना, उसने हमें ही गैर बना दिया।
🔥 अब प्यार नहीं, सिर्फ़ सबक है
बेवफा कहने से पहले तू वफ़ा निभा के तो देख।
तुझे आज भी चाहते हैं, पर अब बताना नहीं चाहते।
तेरी मोहब्बत से दूर रहना ही अब सुकून देता है।
जिस दिल में तू था, अब वहां एटीट्यूड रहता है।
हम बदल गए हैं, क्योंकि वक्त ने समझदार बना दिया है।
हमें आज भी याद आते हो, पर अब फर्क नहीं पड़ता।
अब इश्क़ नहीं करते, बस नजरें मिलाकर आगे बढ़ जाते हैं।
तू मेरी चाहत थी, पर तेरी फितरत ने तुझे फालतू बना दिया।
तेरे जैसा प्यार सबको मिले… ताकि सब समझें दर्द क्या होता है।
अब किसी को खोने का डर नहीं, जो जाएगा खुद खोएगा।
💣 सच्चाई की तलवार और इग्नोर का वार
जो दिल से उतर गया, उसे फिर नजरों में नहीं रखते।
अब तो तेरा नाम सुनकर भी मुस्कुराना नहीं आता।
मोहब्बत की थी, अब नफरत में बदल गई है कहानी।
पहले तेरे ख्यालों में खो जाते थे, अब देख कर भी अनदेखा कर देते हैं।
तुम क्या जानो वफादारी क्या होती है, तुम तो मतलब के भी नहीं रहे।
अब दिल से नहीं, दिमाग से काम लेते हैं।
तूने जो किया, वो हम भूले नहीं — बस अब याद नहीं रखते।
वो जो हमें बर्बाद कर गया, अब खुद बर्बाद हो गया।
तेरा साथ मिला नहीं, पर सबक बहुत मिला।
अब किसी से भी उम्मीद नहीं रखते, क्योंकि भरोसा ही टूटा है।
🖤 बेवफा की यादों से मिली खुद की पहचान
अब कोई फर्क नहीं पड़ता, कौन आता है और कौन जाता है।
तू अब बस एक कहानी है, जो मैंने भूल दी है।
तेरी हर झूठी कसम आज भी हँसी दिला देती है।
अब उस पर यकीन नहीं, जो बेवफाई को मजबूरी कहता है।
तेरी मोहब्बत तो सज़ा बन गई, पर हम मुस्कराकर झेल गए।
जिसने हमें रुलाया, आज उसी के लिए दुआ नहीं निकलती।
वो कहते हैं भूल जाओ, हम कहते हैं – नाम तक याद नहीं।
अब तुझसे मिलना भी वक्त की बर्बादी लगता है।
तू क्या छोड़ेगा हमें, हम खुद तुझे छोड़ चुके हैं।
अब तेरी बेवफाई पर भी अफसोस नहीं होता, क्योंकि हम अब दिल से नहीं सोचते।
😤 एटीट्यूड शायरी – अब किसी से उम्मीद नहीं
अब हर कोई कहता है ‘तू बदल गया है’, हां… क्योंकि अब बेवकूफ नहीं हूं।
जिसने दर्द दिया, आज उसकी खुशी में भी दिल नहीं लगता।
मोहब्बत छोड़ी नहीं, अब बस किसी पर खर्च नहीं करते।
तुझसे मिली शिकस्त ने मुझे शेर बना दिया।
अब तो खुद से भी कहता हूं – तुझे किसी पर भरोसा नहीं करना।
पहले तुझे याद करते थे, अब खुद को संभालते हैं।
धोखा मिला था तुझसे, पर अब दिल ठहरा हुआ है।
अब बेवफा लोग ही हमें सबसे अच्छे लगते हैं, कम से कम वो असली तो होते हैं।
तुझे भूलना मुश्किल नहीं था, मुश्किल था तुझ जैसे पर यकीन करना।
तेरा नाम अब सिर्फ पुरानी डायरी में रह गया है, दिल से नहीं।
💢 धोखा खा चुके दिल की एटीट्यूड भरी बातें
जब कोई अपना पराया हो जाए, वहां से इंसान सबक सीखता है।
अब तुझसे जुड़े हर जज़्बात को दिल से निकाल फेंका है।
ना तेरे आने की खुशी, ना तेरे जाने का ग़म।
तेरे जैसे बहुत देखे हैं, अब फर्क नहीं पड़ता।
अब तेरा नाम भी जुबां पर नहीं आता – ये भी तेरी देन है।
जो एक बार दिल तोड़ते हैं, फिर उनकी कोई बात नहीं सुनते।
अब शिकायत भी नहीं करनी तुझसे – क्योंकि उम्मीद ही नहीं रही।
हमने तुझे इज्ज़त दी, तूने उसे कमजोरी समझ लिया।
तुझे खोकर जो पाया, वो आज तक कोई नहीं दे सका।
अब तुझसे नहीं, खुद से प्यार करना सीखा है।
🪓 जब वफ़ा का मज़ाक उड़ाया गया
जिस पर यकीन किया, उसी ने हमें आजमा लिया।
अब प्यार का नाम सुनकर ही नफरत होती है।
वो भी क्या दिन थे जब तुझे हर रोज दुआओं में मांगा करते थे।
तुझे खोया नहीं है हमने, बस खुद को पाया है।
अब किसी को भी दिल देने का मन नहीं करता।
जिस पर जान देते थे, अब उसका नाम भी अनजान लगता है।
सबक सीखा है तुझसे – वफादारी की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
तुझसे मोहब्बत थी, पर अब सिर्फ अफसोस है।
अब तुझे भूल जाना आसान नहीं, पर ज़रूरी है।
तू जिस सच्चाई की बात करता था, वो सब झूठ निकला।
🚫 आखिरी वार – ना तुझे याद, ना तुझसे बात
अब तुझे देखकर मुस्कुराना भी गुनाह लगता है।
तू अब कहानी का हिस्सा नहीं, बस एक सबक बन चुका है।
तुझसे जुड़े हर ख्वाब को हमने खुद से निकाल फेंका।
तेरा नाम अब सिर्फ बीते हुए वक्त की याद है।
अब जब तेरा ख्याल आता है, दिल मुस्कुरा देता है – “बच गए!”
तू बदल गया, तो हमने भी बदलना सीख लिया।
अब इश्क़ नहीं, सिर्फ जिंदगी की जरूरतों से वास्ता है।
तुझे खोकर जो खुद को पाया – वो असली जीत थी।
तेरा प्यार एक धोखा था, और हम अब सच में जाग चुके हैं।
अब तेरी यादों में भी वक्त बर्बाद नहीं करते – हमारी अब अपनी दुनिया है।